कविवर पाण्डेय आशुतोष के 87वें जयंती दिवस पर पाण्डेय आशुतोष रचनावली का होगा विमोचन
कई नामचीन हस्तियां होंगे सम्मानित।
बगहा से उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट
बगहा।बगहा के नामचीन कवियों में शुमार करने वाले कवि मूर्धन्य पांडेय आशुतोष उर्फ द्वारकाधीश नारायण पांडेय के 87वें जयंती समारोह के अवसर पर उनके द्वारा विरचित पाण्डेय आशुतोष रचनावली का पुस्तक विमोचन सह कवि सम्मेलन का आयोजन आगामी 29अक्टूबर रविवार को 11 बजे से नगर के लक्ष्मी मैरेज हॉल स्टेशन रोड बगहा -2 में होना सुनिश्चित है। जिसमें नगर के साथ-साथ बाहर के कवियों का भी काव्य पाठ होना सुनिश्चित है। इसकी जानकारी देते हुए शशि पांडेय ने गुरुवार को नैतिक जागरण मंच के समन्वयक माधवेंद्र पांडेय,सचिव निप्पू कुमार पाठक से एक विशेष मुलाकात की। उन्होंने बताई कि सब कुछ ठीक रहा तो इस अवसर पर बगहा के नामचीन हस्तियों को सम्मानित भी किया जाएगा।जानकारी के लिए बता दें कि यह पहली बार होगा जब एक बहू अथक प्रयास कर अपने ससुर के रचनाओं का संकलन उनके सम्मान में उन्हीं के नाम पाण्डेय आशुतोष रचनावली से संकलित कर विमोचन हेतु न केवल प्रस्तुत कर रही हैं अपितु दुसरी बार कवि सम्मेलन का आयोजन कर रही है। ऐसा पहली बार होगा जब एक पतोहु ने अपने ससुर कवि मुर्धन्य द्वारकाधीश नारायण पांडे उर्फ पांडे आशुतोष की मृत्यु की पक्ष और प्रकाशित कविताओं का संग्रह कर प्रकाशन हेतु मुदित करवाया।इस कार्य में उनके ससुर और उनके पति शिशिर पांडे ने अद्भुत पूर्ण सहयोग किया। स्वर्गवासी ससुर के काव्य संग्रह को अपने खर्चे से संग्रहित कर उसके विमोचन के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाने में शशि पाण्डेय पीछे नहीं रही। काफी परिश्रम के बाद यह कार्यक्रम आज सफलीभूत हो रहा है। इस कार्यक्रम पर संयुक्त रूप से शिशिर पांडेय और उनकी धर्मपत्नी शशि पांडे ने सम्मानित लोगों को आमंत्रण कार्ड भेजा और समय से आने के लिए प्रार्थना भी की। इस अवसर पर नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार पाठक ने वर्ष 2000 में कवि मूर्धन्य पांडेय आशुतोष द्वारा तत्कालिन प्रधानमंत्री श्रीधर शास्त्री द्वारा सम्मानित सरस्वती की मूर्ति को देखकर सप्रेम देने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि कवि मूर्धन्य पांडेय आशुतोष अति मिलनसार और अमृतभाषी थे ।अपने पास आने वाले लोगों की हर तरह से सहायता करना अपना धर्म मानते थे।आज उनकी कमी बहुत खलती है।