ईसानगर/कटौली (लखीमपुर)। 23 अक्टूबर। अच्छे समाज के निर्माण का सकल्प लेकर, मानव समाज में प्रभु के प्रति भाव भक्ति का शौक पैदा करने के लक्ष्य के साथ जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी पूज्य पंकज जी महाराज वर्तमान में लखीमपुर खीरी जनपद में खण्ड ब्लाक स्तरीय सत्संग समारोह करते चल रहे हैं। कल सायंकाल 108 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध, आध्यात्मिक-वैचारिक जनजागरण यात्रा के साथ 57वें पड़ाव पर ग्राम कटौली (पशु मेला मैदान) पधारें। हजारों की संख्या में पूर्व से खड़े स्थानीय भाई-बहनों तथा बच्चे-बच्चियों ने पुष्प वर्षा, कलषों, बाजे-गाजे व आतिषबाजी से समस्त यात्रियों का भव्य स्वागत किया। आज यहां सत्संग समारोह का आयोजन हुआ अपने सत्संग सम्बोधन में पूज्य पंकज जी महाराज ने कहा कि प्रेमी भाई बहनों! जन्म-जन्मान्तरों के पुण्य कर्म जब उदय होते हैं तो हमको यह मनुष्य शरीर मिलता है और जब सन्तों की विषेष दया जीवों पर होती है तभी सत्संग मिल पाता है। ‘‘बड़े भाग्य पाइया सत्संगा।’’ सत्संग कोई कथा कीर्तन नहीं। गाना, बजाना नहीं। ढोल मंजीरा नहीं। यहां तो बस प्रभु की प्राप्ति के लिये भक्ति का भाव जगाया जाता है। आपको साधू नहीं बनाना। घरबार नहीं छोड़ना। अपनी-अपनी गृहस्थी में रहते हुये खेती, दुकान, दफ्तर का काम मेहनत, ईमानदारी से करते हुये 24 घण्टे में घण्टे दो घण्टे का समय निकाल कर भगवान का सच्चा भजन इस मनुष्य शरीर में कर लें तो मानव जीवन पाने का लक्ष्य पूरा हो जायेगा। भजन कोई गाने बजाने का नाम नहीं। यह तो उस ईष्वरीय बाजे को सुनने का नाम है जो हमारे आपके शरीर में चौबीसों घण्टे बजता रहता है लेकिन हमको सुनाई इसलिये नहीं देता है कि हमारे बुरे व खोटे कर्मों से जीवात्मा की वह तीसरी आंख व तीसरा कान बन्द हो गया। अब तो किसी जगे हुये सन्त महात्मा की खोज करके उनसे कलयुग की सरल साधना (सुरत शब्द योग) का मार्ग लेकर अन्तरी साधना के द्वारा अपनी आत्मा को जगाना होगा। तभी कर्मों के परदे छँटेंगे और हमें वेदवाणी, अनहदवाणी, कलमा मरने के पहले सुनाई पड़ने लगेंगे। हमारे गुरु महाराज परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने इसी साधना का भेद ‘‘नामदान’’ देकर देष में करोड़ों लोगों की आपराधिक प्रवृत्ति छुड़ाकर उनको गृहस्थ साधु बना दिया पंकज जी महाराज ने कहा कि आप कहते हो कि हमसे ज्यादा सनातनी कोई नहीं। हम राम को, कृष्ण को मानते हैं। यदि आप राम और कृष्ण को मानते हो तो उनके आदर्षों पर भी चलना सीखो। राम ने कभी नहीं कहा कि तुम मांस खाओ। कृष्ण ने कभी नहीं कहा कि तुम शराब पियो। यहां तक कि सभी धर्मों की एक ही आवाज है अहिंसा, परमो धर्मः। आप किसी जीव को बना नहीं सकते हो तो मिटाने का अधिकार आपको किसने दिया? इसकी भारी सजा आपको भुगतनी पड़ेगी। पंकज जी महाराज ने नशों से दूर रहने की अपील करते हुये कहा कि यदि आप अच्छा समाज, खुषहाल समाज बनाना चाहते हैं तो शाकाहारी रहें और नषों से परहेज करें आगामी 20 से 24 दिसम्बर तक आगरा दिल्ली बाई पास स्थित जयगुरुदेव मंदिर मथुरा में पूज्यपाद स्वामी घूरेलाल जी महाराज ‘‘दादा गुरूजी’’ का 75 वां वार्षिक भण्डारा सत्संग मेला आयोजित होगा।आप से अपील है कि समय निकालकर पावन पर्व पर जयगुरुदेव आश्रम मथुरा पधारें।दया,दुआ, आशीर्वाद प्राप्त करें। पुलिस प्रषासन का सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग रहा इस अवसर पर जिला अध्यक्ष मनोहर सिंह, जिला व्यवस्थापक सियाराम यादव, श्रीकृष्ण यादव, ब्लाक अध्यक्ष नरेन्द्र यादव, भूस्वामी ओम शंकर लाला, प्रधान दिनेशदीक्षित, राजेश जायसवाल, ओंकार यादव आदि के साथ संस्था के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे जनजागरण यात्रा अपने अगले पड़ाव हेतु राम वाटिका मेला मैदान धौरहरा के लिए प्रस्थान कर गई। जहां कल (आज) दिन में 11.30 बजे से सत्संग समारोह सुनिश्चित है।