3 नवंबर शुक्रवार को होगा बगहा चीनी मिल के नए पेराई सत्र 2023-24 का शुभारंभ
कल होगा तिरूपति शुगर्स लिमिटेड,बगहा के नए पेराई सत्र 2023-24 का शुभारंभ
पेराई सत्र की शुरुआत चीनी मिल के प्रबंध निदेशक दीपक यादव करेंगे
पेराई सत्र को लेकर गन्ना किसानों से अपील किया कि किसान अपनी पर्ची पर ही मिल में गन्ना गिराएँ ताकि उनका पूरा रिकॉर्ड मिल के पास रहे।इससे चीनी मिल से लोन लेने की सुविधा भी उन्हें आसानी से मिल सकेगी–दीपक यादव
बगहा की अर्थव्यवस्था में बगहा चीनी मिल का सर्वाधिक योगदान-एमडी दीपक यादव
भास्कर दिवाकर
बगहा।बगहा नगर के तिरुपति चीनी मिल में नए पेराई सत्र 2023- 24 की शुरुआत के लिए विधिवत पूजन व मुहूर्त की प्रक्रिया 3 नवंबर शुक्रवार को संपन्न किया जायेगा। इसकी जानकारी बगहा चीनी मिल के प्रबंधक निदेशक दीपक यादव ने गुरुवार की संध्या पहर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी।श्री यादव ने कहा कि बगहा चीनी मिल किसान भाइयों को हरसंभव सुविधा देने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहा है। चीनी मिल प्रबंधन की ओर से किसान हित में कई कारगर कदम उठाए गए हैं।मिल प्रबंधन की ओर से किसानों के हित का पूरा ख्याल रखा जाएगा।उन्होंने बगहा के गन्ना किसानों से अपील किया कि किसान अपनी पर्ची पर ही मिल में गन्ना गिराएँ ताकि उनका पूरा रिकॉर्ड मिल के पास रहे।इससे चीनी मिल से लोन लेने की सुविधा भी उन्हें आसानी से मिल सकेगी।पर्ची और पेमेंट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि बगहा चीनी मिल का ऐप लॉन्च किया जा रहा है। जिसमें किसान सिर्फ अपना कोड लॉगिन कर अपनी सारी जानकारी देख सकेंगे,इससे मिल के कामकाज में पारदर्शिता और किसानों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी।गन्ने के भुगतान के बारे में श्री यादव ने बताया कि हर सप्ताह के सोमवार और गुरुवार को भुगतान किया जाएगा।जिसकी सारी जानकारी हर किसान को एप्प के माध्यम से मिल जाया करेगी। गन्ना किसानों की सुविधा के लिए 36 गन्ना क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं ताकि किसानों को अपना गन्ना लेकर दूर तक नहीं आना पड़े।गन्ने की वैरायटी पर रिसर्च के लिए बगहा चीनी मिल ने अपना रिसर्च सेंटर स्थापित किया गया है।जहां ऐसी उन्नत किस्म का परीक्षण किया जा रहा है। जो बगहा के आसपास के वातावरण में आसानी से अधिक से अधिक किसानों को लाभ दे सकें। वर्तमान में तीन वैरायटी के गन्ने उगाई जा रही हैं। जिसमें 13235,14201,15023 वैरायटी हैं।जिसमें 14201 सबसे उन्नत और लाभ देने वाली किस्म है। श्री यादव ने बताया कि जिन्हें अब तक मिल से सब्सिडी का लाभ नहीं मिल सका है। उन किसानों को सब्सिडी देने में वरीयता रखी जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा की हर उस किसान को सब्सिडी का लाभ मिले। जिन्हें अब तक सब्सिडी का लाभ नहीं मिल सका है।गौरतलब और बगहा वासियों के लिए गर्व का मुद्दा है कि बगहा चीनी मिल में उत्पादित होने वाली चीनी पूरे देश में सबसे बेहतर किस्म की चीनी है, जिसके कारण सबसे महंगी भी है और उत्पादन में बगहा चीनी मिल बिहार में दूसरे स्थान पर आता है।यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि बगहा की अर्थव्यवस्था में नगदी आय का सबसे बड़ा स्रोत बाघ चीनी मिल ही है।जिसके कारण लाखों किसानों के साथ-साथ गन्ना पिराई के समय 3000 और ऑक्सीजन में 500 कर्मचारियों को रोजगार भी मिलता है साथ ही अनेक ऐसे व्यवसाय हैं जो इससे जुड़े हुए हैं और बगहा के आर्थिक विकास को रफ्तार दे रहे हैं।