साम्प्रदायिक सदभावना दिवस के तहत 21वीं वाहिनी एसएसबी बगहा द्वारा रैली (पैदल मार्च) का किया गया आयोजन
साम्प्रदायिक सदभावना दिवस के तहत 21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के द्वारा रैली (पैदल मार्च) का आयोजन किया गया
भास्कर दिवाकर
बगहा।21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा के द्वारा गुरुवार को कमांडेंट प्रकाश के नेतृत्व में साम्प्रदायिक सद्भावना दिवस के तहत रैली का आयोजन किया गया।प्रदायिक सद्भावना दिवस प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी दिनांक 19 नवंबर से 25 नवंबर तक साम्प्रदायिक सदभावना अभियान चलाया जा रहा है ,इस अभियान के तहत यूनिटी रन,यूनिटी चैन,स्कूली बच्चों के द्वारा ड्राइंग प्रतियोगिता,मार्च पास्ट तथा फ्लैग स्टीकर खरीद कर डोनेशन के माध्यम से साम्प्रदायिक जाति नस्लीय,आतंकी हिंसा में अनाथ हुए बच्चों या विपन्न हो चुके बच्चों की वित्तीय मदद किया जाता है।बता दे कि प्रतिष्ठान केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन भारत सरकार का एक स्वायत्त निकाय है।इस अभियान के अंतिम कार्य दिवस पर प्रतिष्ठान का झंडा दिवस मनाया जाता है,इस अभियान के द्वारा साम्प्रदायिक सद्भाव एवं राष्ट्रीय एकता को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है,भारत आरंभ से “वसुदेव कुटुंबकम “अर्थात “संपूर्ण जगत एक परिवार है” के सिद्धांत का प्रतिपादन करता हुआ विश्व को प्रेम एवं शांति का संदेश देता रहा है किंतु इसके बावजूद भी विश्व के अन्य देशों की भांति यहां भी सांप्रदायिक की समस्या घर कर गई है,जो देश की शांति और एकता को भंग करने का प्रयास कर रही है।साम्प्रदायिक से तात्पर्य उसे संघ की मनोवृत से है जो धर्म और संप्रदाय के नाम पर पूरे समाज तथा राष्ट्र के हितों के विरुद्ध व्यक्तिगत को केवल अपने व्यक्तिगत धर्म के हितों को प्रोत्साहित करने तथा उन्हें संरक्षण देने की भावना को महत्व देती है।यह व्यक्तिगत में सर्वमान्य सत्य की भावना के विरुद्ध व्यक्तिगत धर्म और सम्प्रदाय के आधार पर परस्पर घृणा तथा इर्ष्या को जन्म देती है तथा यह भावना अपने धर्म के प्रति अंधभक्त तथा परधर्म एवं उनके अनुयायियों के प्रति नफरत की भावना उत्पन्न करती है। साम्प्रदायिक की विचारधारा है कि मूलत धार्मिक से जुड़ी होती है।धर्म के साथ मिल करके ही साम्प्रदायिकता की विचारधारा प्रलयवित होती है। इस रैली के दौरान उप कमांडेंट एम.टी.मेरन,उप निरीक्षक कुलदीप कुमार,मुख्या आ दीप्ति सिंह,आ.सा.जज्जाद अंसारी तथा वाहिनी के सभी बलकार्मिको ने रैली (पैदल मार्च) में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।