राज्यसभा सांसद ने पूर्व संचालित रेलगाड़ियों सहित नरकटियागंज से रक्सौल भाया सिकटा एक लोकल मेमू रेल गाड़ी को चलवाने हेतु फिर से सदन में उठाया आवाज
राज्यसभा सांसद ने पूर्व संचालित रेलगाड़ियों और नरकटियागंज से रक्सौल भाया सिकटा एक लोकल मेमू रेल गाड़ी को चलवाने हेतु फिर से सदन में उठाया आवाज
राज्यसभा सांसद सतीश चन्द्र दुबे ने रेल मंत्री से आग्रह किया कि जल्द से जल्द उपरोक्त रेल गाड़ी को संचालित किया जाए,जिससे आम लोगो को लाभ मिल सके।
भास्कर दिवाकर
बगहा। राज्यसभा सांसद,बीजेपी बिहार सतीश चन्द्र दुबे द्वारा गुरुवार को राज्य सभा,संसद भवन नई दिल्ली में शून्यकाल के दौरान नरकटियागंज से जयनगर भाया सिकटा-रक्सौल वर्ष 2004 से पूर्व संचालित रेलगाड़ियों और नरकटियागंज से रक्सौल भाया सिकटा एक लोकल मेमू रेल गाड़ी को चलवाने हेतु फिर से सदन में आवाज उठाया और पीठासीन सभापति महोदय के माध्यम से माननीय रेल मंत्री से आग्रह किया कि जल्द से जल्द उपरोक्त रेल गाड़ी को संचालित किया जाए।जिससे आम लोगो को लाभ मिल सके। राज्यसभा सांसद श्री दुबे द्वारा सदन में निम्नलिखित बाते सभापति के सामने रखी गयी।उन्होंने कहा कि नरकटियागंज से जयनगर भाया सिकटा-रक्सौल छोटी लाईन के समय में कमला गंडक एक्सप्रेस,जानकी लिंक एक्सप्रेस और सात जोड़ी सवारी गाड़ियों का परिचालन होता था लेकिन वर्ष 2004 के बाद इन सभी रेल गाड़ियों को बंद कर दिया गया था क्योंकि यहाँ रेलवे द्वारा इस रूट का आमान परिवर्तन का कार्य किया जा रहा था।जिसे 2018 मे पूर्ण किया गया। लेकिन अभी भी यहा नरकटियागंज जंक्शन से सिकटा होते हुए जयनगर दरभंगा और रक्सौल के लिए जो गाडियाँ चलती थी उसको नहीं चलाया गया।हमारे क्षेत्र सहित नेपाल से सटे इलाको जहां ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं है ट्रेन ही एक मात्र साधन हैं।जिससे आम जनता आवागमन करती है। ट्रेन के बंद हो जाने से पूरे क्षेत्रवासी और नेपाल सीमा से सटे चम्पारण के अन्य वासियों को यात्रा करने के लिए निजी क्षेत्र के परिवहन बसो और गाड़ियों पर निर्भर होना पड़ता है। जो काफी महंगा है। जिससे जनमानस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।राज्यसभा सांसद ने माननीय मंत्री जी से आग्रह हैं की जिन रेल गाड़ियों का संचालन नरकटियागंज से जयनगर भाया सिकटा-रक्सौल छोटी लाईन के समय होता था।उसको पुनः संचालित किया जाए और नरकटियागंज से रक्सौल के लिए एक लोकल/मेमू ट्रेन संचालित करवाई जाए।जो प्रतिदिन तीन-तीन बार नरकटियागंज से रक्सौल और रक्सौल से नरकटियागंज चलें।जिससे लोगों को राहत के साथ साथ सहूलियत मिल सके।