ग्राम प्रधान व उसके प्रतिनिधि के अभिलेखों अनुसार मृतक न्याय की फरियाद लेकर खुद पहुंचा पुलिस अधीक्षक की चौखट
ग्राम प्रधान व उसके प्रतिनिधि के अभिलेखों अनुसार मृतक न्याय की फरियाद लेकर खुद पहुंचा पुलिस अधीक्षक की चौखट
जिंदा व्यक्ति को मृत दिखाकर अन्य व्यक्ति के नाम कर दिया भूमि की वरासत व बैनामा पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार प्रधान व प्रधान प्रतिनिधि इससे पहले भी विवादो से गहरा नाता रहा है वही कई अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हुए है जहा एक ओर योगी सरकार किसानो मजदूरों के हक की बात कर रही है वहीं कुछ चकबंदी कर्मचारी व ग्राम प्रधान मिलकर गरीबो का हक छीनने पर उतारू है ऐसा ही कुछ अजीबो गरीब मामला उन्नाव जनपद के सफीपुर तहसील के ग्राम उदसाह से प्रकाश में आया जहा एक अधेड़ उम्र के किसान को ग्राम प्रधान प्रधान प्रतिनिधि एवम् चकबंदी लेखपाल की तिकड़ी ने अपनी भ्रष्टाचारी रवैए के चलते मृत दिखाकर उसकी भूमि को किसी दूसरे के नाम वरासत कर भूमि की बिक्री कर दी जब पीड़ित किसान को इसकी जानकारी हुई तो उसके होश उड़ गए
ग्राम उदसह निवासी पीड़ित किसान शिवचरण ने ने बताया की मेरे यहां चकबंदी चल रही है जिसमे ग्राम प्रधान व प्रतिनिधि व चकबंदी लेखपाल व कानूनगो ने अपनी अहम भूमिका निभाकर मेरे साथ जालसाजी की है गांव के वर्तमान ग्राम प्रधान ने मेरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बना कर मेरी जमीन किसी अन्य के नाम पर वराशत करके उसका बैनामा करके बेच भी दिया और पैसे आपास में बांट लिए जिसकी जानकारी जब मुझे हुई तो मैं न्याय के लिए भटक रहा हूं पीड़ित युवक ने उन्नाव पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है । सफीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत उदशाह निवासी शिव चरन पुत्र छोटेलाल ने उन्नाव पुलिस अधीक्षक शिधार्थ शंकर मीणा को दिए शिकायत पत्र में बताया कि भूमि संख्या 222 मि०/0:253 हे०635 मि०/0, 076हे० का वो अकेला भूमि स्वामी है मेरी जमीन भूमिधरी है पीड़ित ने बताया कि ग्राम प्रधान राम नारायण व प्रतिनिधि प्रदीप कुमार ऊर्फ पिंटू सिंह व चकबंदी लेखपाल राजेश कुमार कानून गो ने फर्जी तरीके से किसी विकास कुमार के नाम वरासत कर दिया और मेरी भूमि की बिक्री कर डाली जब ये पता चला तो मेरे होश उड़ गए पीड़ित युवक को पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।