घाघरा नदी में चौथे दिन मिला चांद का शव नहाते समय हुआ था हादसा,
मंगलवार से नदी में लापता चांद की तलाश थी जारी,फ्लड पीएसी, ईसानगर पुलिस व स्थानीय गोताखोरों द्वारा लगातार चलाया जा रहा था तलाशी अभियान

रिपोर्ट, फारूक अख्तर, ब्यूरो प्रमुख लखीमपुर खीरी
ईसानगर-खीरी। मंगलवार को कस्बा ईसानगर निवासी चार दोस्त क्रिकेट मैच खेलने गए हुए थे जिसके बाद वह नहाने के लिए गांव के निकट बह रही घाघरा नदी में नहाने चले गए, नहाते समय चारों पानी में डूबने लगे थे जिसमें से तीन किसी तरह अपनी जान को बचाने में सफल हो गए और बाहर निकल आए जबकि चांद पानी में बहकर लापता हो गया था। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों सहित ईसानगर थानाध्यक्ष देवेन्द्र गंगवार व कटौली चौकी इंचार्ज अबलीश कुमार व उपनिरीक्षक सुनील तिवारी मय फोर्स के साथ आनन फानन में घटना स्थल पर पहुंच गए और चांद की तलाश शुरू करवा दी थी। मंगलवार के दिन गायब चांद का शव चौथे दिन शुक्रवार को घटना स्थल से करीब 15 किलोमीटर दूर चार बजे के करीब फुसही गौढ़ी के निकट पानी में उतराता हुआ मिला। चार दिन से गायब चांद को देखने के लिए मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकठ्ठा हो गए,इस दौरान सभी की आंखें नम थीं। पुलिस ने चांद के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है मंगलवार को दोपहर बाद चांद सलमानी(20) पुत्र मैलू सलमानी, शादाब (20)पुत्र मरगूब सलमानी, नसरूद्दीन (18) पुत्र अली अहमद, वजहुद्दीन (17)पुत्र मोहियद्दीन मिर्जापुर गांव के पास घाघरा नदी के किनारे मैदान में किक्रेट मैच खेलने गये थे। मैच खेलने के बाद चारों युवक नदी में नहाने के लिए घाघरा नदी में उतर गए थे। पानी गहरा व बहाव तेज होने के कारण चारों नदी की धार में बहने लगे। जिसमें शादाब, नसरूद्दीन व वजहुद्दीन किसी प्रकार जान बचाकर नदी से बाहर निकल आए जबकि चांद नदी के बहाव में बह गया था। घाघरा नदी में चांद के डूबने की ख़बर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया, पत्नी सोफिया का तो रो रो कर बुरा हाल था। सोफ़िया का निकाह पांच महीने पहले ही चांद के साथ हुआ था और घटना के दिन ही सोफिया गौने में चांद के साथ विदा होकर अपनी ससुराल ईसानगर आई थी। चांद ने घरवालों को बताया था कि वह अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट मैच खेलने जा रहा है और जिसके बाद वह मिर्जापुर के निकट घाघरा नदी के किनारे मैदान में क्रिकेट मैच खेलने चला गया। बाद में वह नहाने के लिए नदी में उतर गया और इसी दौरान यह हादसा हो गया, पत्नी सोफिया को क्या पता कि यह उसकी चांद के साथ आखिरी मुलाकात है। घटना के बाद से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं पांच महीने बाद घटना वाले दिन ही पति चांद के साथ गौना में विदा होकर ससुराल आई पत्नी सोफिया का दहाड़े मार मारकर रोते रोते बुरा हाल हो चुका है।