श्याम महोत्सव का किया गया आयोजन
उन्नाव राजधानी मार्ग स्थित नेहरू नगर के सामने शुक्लागंज नरेश श्री श्याम बाबा की ओर से श्याम महोत्सव का आयोजन हुआ। जहां पूरे रात भजन गायकों ने समां बांध दी। जिसे सुन वहां मौजूद लोग झूमने लगे। समापन के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
श्याम बाबा के आगमन के छह वर्ष पूरे होने पर राजधानी मार्ग स्थित नेहरू नगर के सामने रात श्री श्याम महोत्सव का आयोजन हुआ। जहां पूरी रात श्याम प्रेमी भजनों में झूमते रहे। आयुष सोनवानी ने बाबा यह नैया कैसे डगमग डोली जाए बिन मांझी तू ही पर लगाए। शुभम रंगीला ने भटकते भटकते प्रभु में तो हारा मुझको लगा ले अपनी चरण चाकरी में मुझे तू लगा ले भजनों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अभिषेक शुक्ला ने अपनी प्रस्तुति देते हुए खाटू वाले श्याम धनी की चर्चा हो गयी, शीश के दानी महाबलवानी खाटू वाले श्याम तेरा जयकारा है। उन्होंने दोहा, चौपाई व छन्द की व्याख्या की। कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी ने बहुत ही सुंदर शब्दों का प्रयोग अपनी लेखनी में किया। श्याम भजन गायकों ने भजन से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सुनाया-बांके बिहारी कजरारे तेरे नयन, विपिन सलोना ने कुछ यूं सुनाया-श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है, श्याम केडिया ने सुनाया-श्याम देने वाले हैं, हम लेने वाले हैं, वृंदावन के कुंज बिहारी ने अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग किया।इस अवसर पर सवा मनी प्रसाद का भोग लगाया। विष्णु मिश्रा ब्रज रसिक ने भजनों के साथ कई भजनों की प्रस्तुति दी साथ ही भजनों के माध्यम से भक्तों का मन मोह लिया। इसके अलावा अनुज अलबेला, किरन गुप्ता, हरीश शुक्ला ने भी अपने गीत प्रस्तुत किये।अयोजक अभिलाषा मिश्रा, मनोज मिश्रा के अलावा अनिल दीक्षित, प्रमोद बाजपेई, राजेश बाजपेई, कीर्ती बाजपेई, दुर्गा सिंह, गोविंद तिवारी, अतुल मिश्रा, आशीष आदि मौजूद रहे।