सावधानी बरती जाय, तो अगलगी पर काबू पायी जा सकती :समादेष्टा अग्निशामक
सावधानी बरती जाय, तो अगलगी पर काबू पायी जा सकती :समादेष्टा अग्निशामक
सावधानी आगलगी पर रोक का बेहतर उपाय
अहले सुबह से नौ बजे तक लोग खाना बना लें। खाना बनाने के बाद चुल्हे में पानी अवश्य डाल दें।
गर्मी के दिनों में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने एवं उन स्थानों पर दमकल या बड़े ड्रम या गैलन में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
बिहार डेस्क/भास्कर दिवाकर
बगहा।बगहा पुलिस जिला में इस वर्ष 2024 में हाल के दिनों में लगातार अग्निशमन घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।तो सिर्फ मैं बगहा पुलिस जिले के सभी ग्रामीण निवासियों से अपील करना चाहूंगा कि आप कुछ बातों और सावधानियां को ध्यान में रखें, जिससे अग्नि शमन की घटनाएं घटित ना हो और अग्नि पूर्णन की घटना को तत्काल रोक लगाया जा सकें।इन छोटी – छोटी बातों पर अमल किया जाए, तो आग से बचा जा सकता हैं।उक्त जानकारी जिला अग्निशामक पुलिस पदाधिकारी अनिल कुमार वर्मा ने मंगलवार को दिया है, उन्होंने बताया कि बगहा पुलिस जिले में सबसे अधिक ग्रामीण इलाके हैं और ग्रामीण आबादी बहुतायत मात्र में हैं।सबसे ज्यादा आग की घटनाएं हो रही हैं, जो खाना बनाते समय हो रही हैं। चूल्हे की आग या खाना गलत समय पर बनाते हैं, क्योंकि आज कल पछुआ हवा का झोका तेजी से बहता हैं और इस चपेट में आ जाने से आग की घटनाएं घटित हो जाती हैं।वही बार बार समझाया जा रहा हैं, हर गांव में प्रचार- प्रसार भी कराया जा रहा हैं, कि जो लोग चूल्हे पर खाना बनाते हैं, वे लोग नौ बजे के पहले खाना बना लें। चूल्हे की आग पर खाना जब लोग दोपहर में बनाते हैं ,तो उससे थोड़ी भी चिंगारी निकलती हैं, तो उससे पूरा इलाका प्रभावित हो जाता है।एक छोटी सी चिंगारी पूरें गांव में आग लगा देती हैं। श्री वर्मा ने बताया कि गंड़क पार के ठकराहा,धनहा, भितहा,मधुबनी में फूस की झोपड़ियां, फूस के घर सबसे अधिक हैं। फूस के घरों में खाना भी लोग चूल्हे पर बनाते हैं। चूल्हे की आग में क्या होता हैं की चूल्हे साफ करते समय हुए जब उसका धूल निकालते हैं तो उससे भी आग की मात्रा होती है, उसको बाहर फेकते हैं और उस थोड़ी सी चिंगारी से आग लग जाती हैं और पूरा गांव जल जा रहा हैं।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र वासियों अपील हैं की अगर खाना बनाएं तो चूल्हे की आग को पूरी तरह से बुझा दें या चूल्हे की आग को रात में कही भी बाहर फेंक रहे हैं, उसको पूरी तरह से पानी से बुझा दें। डीएसपी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रवासियों को सावधानियां बरतना हैं की अहले सुबह खाना जरूर बना लेना हैं। क्योंकि सुबह के वक्त हवा नही रहता हैं।दूसरी चीज यदि सिलेंडर की आग पर खाना बना रही हैं। सिलेंडर पर खाना बनाने के बाद उसको बंद कर दें और रेक्युलेटर स्विच ऑफ कर दें।रेक्युलेटर को बेवजह ऑन ना रखें। खाने बनाने के बाद रेक्यूलेटर ऑफ कर दें और रेक्यूलेटर के पाईप 7,8 महीने में जरूर बदल लें।क्योंकि हमारे यहां एक पाईप लग गया जैसे कि ग्रामीण लोग सोचते हैं कि इससे खाना बनाना नहीं हैं।तो उसको बाद रेक्युलेटर पाइप को साल दो साल में बदलते हैं।आग लगने का कारण ये भी होता हैं।
थोड़ी सावधानी बरतने पर भीषण आग पर काबू पाया जा सकता हैं। ग्रामीण इलाको में बताया गया और जागरूक भी किया गया हैं। हमारे अग्निशामक कर्मी गांव-गांव घूमकर बता रहे हैं कि सिलेंडर की आग पर कैसे काबू पाया जाएगा और उसको कैसे बुझाया जाएगा। अगर सिलेंडर में आग लगी हुई हैं तो ऐसा नहीं की तत्काल दो मिनट में ब्लास्ट कर जाएगा।लोग डर के मारे उसे छोड़कर भाग जाते हैं।तो जब गर्म होते होते आधा घंटा के बाद सिलेंडर ब्लॉस्ट कर जाता हैं।कृपया जब सिलेंडर में आग लगे तो थोड़ा प्रयास कर रेक्यूलेटर को बंद कर दें या उसको निकाल दें।तीसरी मुद्दा ग्रामीण इलाकों में मशीनों से खेतों में फसल काटें जा रहे हैं। काटने के बाद उसका बचा अवशेष छोड़ दें और उस डनठल को जलाने के लिए लोग आग लगाते हैं और जो आग लागते हैं और फिर हवा उठ जाती हैं तो वहां से कोई चिंगारी छिछक कर दूसरों किसी घर पर चली जाती हैं।जो घास फूस की झोपड़ियां होती हैं। उससे आग से पूरा गांव प्रभावित हो जाता हैं। इसलिए कृपया खेतों के पड़े डनठल या अन्य चीज सुबह के समय जलाएं और दिन के उजाले में जलाएं।वो अधेरे में कभी नहीं जलाएं
वही जब थैरेसर मशीन दावनी करने के लिए चलता हैं तो उस मशीन से भी चिंगारी निकलती हैं। वहां पानी की व्यवस्था बड़े ट्रम या गैलन में जरूर करें। क्योंकि यहां सूखा रहा हैं और पानी की पर्याप्त मात्रा होने से आग को तुरंत बुझाया जा सकता हैं। उन्होंने बताया कि बगहा के ग्रामीण इलाकों और गड़क पार के भितहा, ठकराहा,पिपरासी,धनहा सारे ग्रामीण इलाकों में पूरा अलाव भरा पड़ा हुआ हैं। ठकराहा में देखा गया पूरा कर सड़क पर एक तरफ से कहा जाए तो ईधन के रूप में सारी लकड़ियां,गट्ठर या गन्ने के पत्ते सब बिखरे पड़े हैं। कृपया ऐसी जगहों पर सावधानियां बरतना बेहद ही जरूरी हैं।जो लोग घूम रहे हैं राह चलते अगर कोई सिगरेट,बीड़ी फेंक दिया तो उससे भी आग लग सकती हैं। आवश्यक बात हैं कि गांवों के लोगों को समझाईए कि वो धूम्रपान ना करें।जो करते हैं उन्हें सख्त मनाही करें और गांव के लोगों को खुद से सचेत होना होगा की गांव के कौन कौन लोग ध्रुमपान करते हैं।वो ध्रुमपान करने वाले लोगों की सूची बनाइए। अगर उनके द्वारा ऐसी कोई हरकत की जाती हैं तो कानूनी उन पर कार्रवाई की जायेगी।
इसके अतिरिक्त आग लगने का सबसे कारण पछुवा हवा आजकल बहुत तेज बह रही हैं। जो भी दिशा पछुवा हवा में आग ली पूरा घर जल जाता हैं।तो सावधानी यह बरतनी हैं कि आग अगर लग भी जाती हैं तो वहां आग पर काबू पाने के लिए स्थानीय ग्रामीण भी पूरा सहयोग करें। फायर ब्रिगेड की गाड़ी लगातार काम कर रही हैं। जहां भी आग लगती हैं तो अग्निशमन गाड़ी पहुंच रही हैं तो उस आग को बुझा रही हैं। आगलगी की घटना में मैंने देखा कि लोग अग्निशमन गाड़ी का इंजतार करते हैं।गाड़ी आयेगी तो आग बुझाएगी।कृपया आप सभी निवेदन हैं कि आगलगी के दौरान ग्रामीण अपने स्तर से आग बुझाने का प्रयास करें और 101 और 112 नम्बर पर डायल करें जिससे तत्काल अग्निशमन कार्यालय को फोन आता हैं। तो उक्त जगह त्वरित फायर ब्रिगेड की गाड़ी भेजी जाती हैं, जो आग को बुझाता हैं।बगहा पुलिस जिला में पूरा प्रयास किया जा रहा हैं आगलगी की घटना की रोकथाम हेतु वृहत स्तर पर जन जागरूकता फैलाया जा रहा हैं।ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों में डोर टू डोर अग्निशमन की गाड़ी जाकर आगलगी की घटना से बचाव के उपाय और सावधानियां बरतने के उपाय बता रहे हैं। ताकि आग से बच सकें।।वही आग लगने का कारण बिजली भी हैं।घास फूस के घरों में लोग नंगा बिजली का तार दौड़ा दिए हुए हैं और बल्ब लटका दिए हैं। शॉर्ट सर्किट या चिंगारी कोई भी हुआ तो आग लग जाती है।आगलगी के घटना के दौरान किसी के घरों वायरिंग की व्यवस्था नहीं थी।कृपया लोग घरों में रह हैं या घर बना रहे हैं तो उसमें बढ़िया से वॉयरिंग जरूर कराएं। क्योंकि बिजली के दो तार आपस में कनेक्ट हो जाने से शॉट सर्किट हो जाता हैं और जो लोग बिजली के खंभे पर चोरी छिपे टोका लगाते हैं।उससे भी चिंगारी निकली हैं जिससेआग लग सकता हैं। इसलिए लोग कनेक्शन लेकर ही बिजली घरों में जलाएं साथ ही वही विद्युत विभाग से अनुरोध किया गया की हर जगह पोल पर लगे वायर का भी चेक कराएं। जहां कही-कही वायर लूज रहता हैं तो उसके आपस में टकराव होने से भी चिंगारी छ्टककर गिरती है, तो उससे भी आग लग जाता हैं।आप सभी लोगों से अनुरोध हैं कि कही आपको ऐसे दिखाई पड़े संबंधित विद्युत विभाग या क्षेत्रीय कार्यालय को त्वरित सूचित करें। अत: सभी निवासियों से अनुरोध हैं कि अपनी तरफ से सावधानी बरतें, जिससे आगलगी की घटना को रोका जा सकता है।