रेलवे की जमीन पर हुए अवैध कब्जा को गया ढहाया
रेलवे की जमीन पर हुए अवैध कब्जा को गया ढहाया
उन्नाव गंगाघाट रेलवे स्टेशन का अमृत स्टेशन योजना के तहत कायाकल्प कराया जा रहा है। स्टेशन के पीछे 600 मीटर रिटर्निंग वॉल बनाई जाएगी। इसको लेकर कार्यदायी संस्था ने प्लेटफार्म से स्टेशन के पीछे तक नाप जोख की। इसके पहले आरपीएफ की मौजूदगी में रेलवे की जमीन पर हुए अवैध कब्जों ढहा दिया गया।गंगाघाट पुराने यातायात पुल चौराहा से लेकर ऋषि नगर केबिन की ओर 600 मीटर रिटर्निंग वॉल बनाई जानी है। जिससे स्टेशन के सुंदरीकरण से लेकर ग्रीन बेल्ट तक सुरक्षित रह सके। कार्यदायी संस्था ए के बिल्डर्स ने बताया कि प्लेटफार्म से इसलिये नाप जोख की जा रही है, क्योंकि कहीं पर 58 मीटर, 56 मीटर, 70-72 मीटर इस तरह दूरी बढ़ती हुई है। इसी के अनुसार रिटर्निंग वॉल बनाई जाएगी। संस्था के अनुसार कोई भी पेड़ पौधे काटे नहीं जाएंगे। इनको ग्रीन बेल्ट के रूप में और बढ़ाया जाएगा।अधिकारी ने बताया कि यह रेलवे पुल वर्ष 1925 का बना हुआ है। 99 वर्ष हो गए हैं। इसके बावजूद पुल पूरी तरह सुरक्षित है। अभी आगे भी चलेगा। फिलहाल समय समय पर इंजीनियरिंग की टीम निरीक्षण कर मजबूती परखती है।ब्रिज इंजीनियरों की मानें तो जल्द ही कानपुर लखनऊ रेल रूट पर 160 की गति से ट्रेनें दौड़ेंगी। इसके लिए ट्रैक को पूरी तरह बदल दिया गया है। उधर रेलवे ट्रैक को फोरलेन करने की तैयारी में हैं। अधिकारियों के मुताबिक कानपुर-लखनऊ रेल रूट अभी टू लेन है। इसे फोरलेन बनाने पर विचार किया जा रहा है। सर्वे भी हो चुका है।
सूर्य न्यूज़ 24 रिपोर्टर हरिओम