गंगा के जलस्तर में दर्ज की गई गिरावट
गंगा के जलस्तर में दर्ज की गई गिरावट
उन्नाव गंगा का जलस्तर मंगलवार को चेतावनी बिंदु पार कर गया था। जिस कारण तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ था। मंगलवार शाम से बुधवार शाम के बीच जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार को चेतावनी बिंदु के इर्द गिर्द जलस्तर मापा गया। जलस्तर घटने के बावजूद तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की समस्याएं बरकरार हैं।पहाड़ो और मैदानी क्षेत्रों में बारिश होने के कारण पिछले कई दिनों से गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही थी। जलस्तर बढ़ने के कारण मंगलवार को चेतावनी बिंदु 112 मीटर पार कर गया था। केन्द्रीय जल आयोग ने बताया कि मंगलवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के ऊपर 112.010 मीटर दर्ज किया गया था। जिसके बाद बुधवार को जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई और सुबह आठ बजे 111.950 मीटर पहुंच गया।इसके बाद शाम छह बजे 111.900 मीटर ही रह गया। चौबीस घंटे में 11 सेंटीमीटर जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। जलस्तर घटने के बावजूद गोताखोर, शाही नगर, मोम्मद नगर, चंपापुरवा, मनसुख खेड़ा, कर्बला में रहने वाले लोगों की समस्याएं बरकरार हैं। यहां के लोगों को नावों से आना जाना पड़ रहा है।फतेहपुर चौरासी में गंगा के जलस्तर में स्थिरता होने के साथ-साथ गिरावट देखी जा रही है। इसके कारण ग्रामीण कुछ हद तक राहत की सांस लेते दिख रहे हैं। लेकिन अभी भी लोग भयभीत हैं। दर्जनों गांव के लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थानों पर डेरा डाल चुके हैं। फिलहाल परिवार को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के बाद अब लोग बचाव कार्य में लग गये हैं।
वहीं गंजमुरादाबाद में सैकड़ों बीघा फसल नष्ट हो जाने से किसानों के माथे पर चिता की लकीरे हैं। पिछले एक सप्ताह से लगातार उफना रही गंगा का जलस्तर फिलहाल निचले इलाकों में कम हो रहा है। गहरपुरवा आदि गांवों के पास भूभाग में पानी ही भरा नजर आ रहा है। हालांकि इसके बाद भी लोगों की मुसीबत अभी कम नहीं हुई हैं
सूर्य न्यूज़ 24 रिपोर्टर हरिओम