रुद्राक्ष का पेड़ भेट कर डिप्टी सी एम का किया गया स्वागत
रुद्राक्ष का पेड़ भेट कर डिप्टी सी एम का किया गया स्वागत
उन्नाव शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ट्रांस गंगा सिटी में पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जन अभियान 2024 के अंतर्गत एक पेड़ मां के नाम समर्पित कार्यक्रम में पहुंचे। यहां मौजूद डीएम गौरांग राठी और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने उन्हें रुद्राक्ष का पेड़ भेंट कर उनका स्वागत किया, जिसके बाद वह मंच पर बैठे।उन्होंने ट्रांस गंगा सिटी परिसर में दो हरीशंकरी, दो नवग्रह वाटिका में मां के नाम पौधा लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष शकुन सिंह, विधायक पंकज गुप्ता, श्रीकांत कटियार, बृजेश रावत, जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार, प्रमुख सचिव उद्यान एवं रेशम बीएल मीना, डीएम गौरांग राठी, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा, डीएफओ मनीषा मिश्रा, सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश, एसडीएम हिमांशु गुप्ता, तहसीलदार अवनीश चौधरी, सीओ सिटी सोनम सिंह, विद्युत एसडीओ, जेई आशीष गुप्ता ने भी पौधरोपण किया। इस दौरान अधिक से अधिक पौधे लगाकर उन्हें संरक्षित रखने का संकल्प लिया गया। वहां मौजूद लोगों से हर एक को एक पौधा लगाने का आग्रह भी किया। कार्यक्रम के दौरान सरस्वती विद्या मंदिर गोपीनाथपुरम स्कूल व अंबिका प्रसाद मेमोरियल पब्लिक स्कूल के एनसीसी के बच्चे घंटों इंतजार करते रहे। वहीं वन विभाग, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग ने बढ़-चढ़कर पौधरोपण किया।वृहद पौधरोपण अभियान के तहत जिले में 59 लाख पौधे रोपित किए जा रहे है। इसमें 27 विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। पौधारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए डीएम गौरांग राठी ने अभियान की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। मानसून का मौसम आते ही जिले में वृहद पौधारोपण अभियान के तहत पौधरोपण चल रहा है। इसके तहत पूर्व में 57,01,920 पौधे रोपित किए जाने थे, लेकिन अब 59,57,336 पौधे रोपित किए जाएंगे।डाएम बाल जा पाचा लगाए उस सराक्षत कर बैठक में डीएम गौरांग राठी ने अधिकारियों से बीते सालों में लगाए गए पौधों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जो भी विभाग पौधे लगा रहे हैं वे उनके संरक्षण की भी जिम्मेदारी लें। हर विभाग का कर्मचारी व अधिकारी कम से कम एक पौधा मां के नाम पर जरूर लगाए और उसका संरक्षण करेगा। पारस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाये रखने के लिए कम से कम 33 प्रतिशत वनाच्छादन अनिवार्य रूप से होना चाहिए, जबकि जिले का वनाच्छादन महज 5.82 प्रतिशत है। औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए कम से कम 70 प्रतिशत वनाच्छादन का होना चाहिए।
सूर्य न्यूज़ 24 रिपोर्टर हरिओम