बगहा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने ई किसान भवन बगहा -01 का किया निरीक्षण,दिया कई आवश्यक दिशा-निर्देश।
बगहा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने ई किसान भवन बगहा -01 का किया निरीक्षण,दिया कई आवश्यक दिशा-निर्देश।
अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ने कृषि पदाधिकारी व कृषि कर्मियो को अलर्ट मोड़ रहने के साथ-साथ फसल क्षति को लेकर दिया निर्देश।
बिहार डेस्क/ भास्कर दिवाकर
बगहा।बगहा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने प्रखंड बगहा एक स्थित ई किसान भवन बगहा -01 का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान एसएओ (सा०) बगहा, प० चंपारण ने कृषि कार्यालय के सभी कार्यों का अवलोकन किया।इस दौरान प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार,कार्यपालक सहायक दुर्गेश कुमार और किसान सलाहकार राहुल कुमार मौजुद रहें।एसएओ (सा०) बगहा अभय कुमार ने डीजल अनुदान,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एवं अन्य कृषि योजनाओं को लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार सहित कृषि कर्मियो को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि ई किसान भवन बगहा एक में किसान पहुंचकर डीजल अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। किसान को विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का लाभ लेने के लिए किसान पंजीकरण कराना जरूरी है। प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना में पति-पत्नी को लाभ नहीं दिया जा सकता है, इसका ध्यान रखा आएगा।इस योजना के पात्र किसानों को लाभ से वंचित नहीं किया जाएगा।एसएओ (सा०) बगहा ने प्रखंड बगहा एक के सभी कृषि कर्मी को अपने-अपने पंचायतों में रहकर किसानों के हित में आवश्यक कार्यों का संपादन करेंगे ताकि किसान को ससमय अनुदान का लाभ मिल सके।एसएओ (सा०) बगहा अभय कुमार ने बताया कि
गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ का पानी प्रखंड क्षेत्र के कई गांव और खेत में फैल गया है। जिससे धान एवं गन्ने की फसलों के साथ-साथ सब्जी की फसल भी पूरी तरह से डूब गए हुए है।जिससे किसानों को काफी क्षति पहुंची है।अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने बताया कि पानी हटने के बाद फसलों क्षति का आकलन होगा। जिसको लेकर कृषि पदाधिकारी और कृषि कर्मियों को निर्देशित भी किया गया है। आकलन के बाद ही फसल क्षति का सही तरह से अनुमान लग पाएगा।जिसके बाद विभाग द्वारा किसानों के लिए उचित पहल कराई जाएगी।उन्होंने कहा कि फिलहाल सभी कृषि कर्मी अपने अपने पंचायत में अलर्ट मोड़ में रहेंगे और पंचायत के गांवों और खेतों में लगे बाढ़ के पानी की स्थिति के बारे में जानकारी कार्यालय में देते रहेंगे।कृषि कर्मी स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क करते रहेंगे और बाढ़ से प्रभावित किसानों के बारे जानकारी लेते रहें।