कृषि सांख्यिकी से संबंधित प्रशिक्षण
कृषि सांख्यिकी से संबंधित सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के क्षमतावर्द्धन हेतु प्रखण्ड स्तरीय एक दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण 2024-25 में मिला विस्तृत प्रशिक्षण ।
कृषि सांख्यिकी से संबंधित सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के क्षमतावर्द्धन हेतु प्रखण्ड स्तरीय एक दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण 2024-25 में मिला विस्तृत प्रशिक्षण ।
रबी मौसम के लिए फसल कटनी एवं कृषि सांख्यिकी के वार्षिक क्रियान्वयन के लिए दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण।
बिहार डेस्क/बगहा।प्रखंड बगहा एक के सभागार भवन में सोमवार को अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय(योजना एवं विकास विभाग)बिहार अंतर्गत जिला सांख्यिकी कार्यालय प. चंपारण द्वारा आयोजित कृषि सांख्यिकी से संबंधित पदाधिकारियों के क्षमतावर्द्धन हेतु प्रखंड स्तरीय एक दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण 2024-25 का आयोजन किया गया।इस प्रशिक्षण में प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रदीप कुमार, के अलावे बगहा एक एवं दो के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार,प्रखंड तकनीकी प्रबंधक,अंचल के राजस्व कर्मचारी, कृषि समन्वयक,किसान सलाहकार आदि मौजूद रहें।जिला से आएं जिला सांख्यिकी पदाधिकारी नन्दलाल चौधरी ने सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षण के दौरान कृषि सांख्यिकी क्षेत्रफल संग्रहण,उपज दर अनुमान, बिहार राज्य फसल सहायता योजना के अधीन फसल बीमा, प्रक्षेत्र मूल्य, कृषि श्रमिकों की दैनिक मजदूरी, साप्ताहिक मौसम फसल प्रतिवेदन, दैनिक वर्षापात प्रतिवेदन, द्रुत जींसवार, सामान्य जींसवार, नेत्रांकन एवं फसल कटनी प्रयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दिए।उन्होंने बताया कि कृषि वर्ष 2024-25 के रबी मौसम से संबंधित कृषि सांख्यिकी के ऑकड़ों के संग्रहण, संकलन एवं निर्धारित अवधि में प्रेषण के विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई। वर्तमान समय में इन सभी प्रतिवेदनों को डिजिटल रूप में विभाग द्वारा तैयार किये गए पोर्टल एवं ऐप के माध्यम से प्रेषण हेतु प्रकाश डाला गया साथ ही सरकार के कल्याणकारी नीति यथा राज्य की आयात-निर्यात नीति, खाद्य नीति, मूल्य नीति एवं केन्द्र तथा राज्य सरकार के अन्य नीतिगत निर्णय लेने में सांख्यिकी ऑकड़ों का महत्त्वपूर्ण भूमिका के संबंध में जानकारी दी गई।जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने जमीनी स्तर पर प्रभावी कार्यान्वयन एवं किसानों को अधिकतम लाभ पहुँचाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया साथ ही सभी संबंधित पदाधिकारी को कृषि सांख्यिकी के ऑकड़ों को शुद्ध-शुद्ध स-समय संग्रह कर जिला को उपलब्ध कराने का निदेश भी दिया गया।कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों एवं पंचायतकर्मियों ने फसल कटनी प्रयोग को पूरी निष्ठा एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न करने का संकल्प लिया। मौके पर जिला से आएं डाटा एंट्री ऑपरेटर अमरेंद्र तिवारी सहित विभाग के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।