पोषण भी पढ़ाई भी’ कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिलेगा प्रशिक्षण,नौ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सीडीपीओ ने किया शुभारंभ।
‘पोषण भी पढ़ाई भी’ कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिलेगा प्रशिक्षण,नौ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सीडीपीओ ने किया शुभारंभ।
तीन बैचों में आईसीडीएस बगहा एक अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को पोषण भी पढ़ाई भी कार्यकम के तहत मिलेगा विस्तृत प्रशिक्षण।
प्रशिक्षकों ने आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों के विकास के पहलुओं को समझाया।
बिहार डेस्क/बगहा।बगहा नगर के पुष्पांजलि मैरिज हॉल बगहा-01 में गुरुवार को समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय बगहा एक के सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम प्रशिक्षण का बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मो.सोहैल अहमद एवं पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि राजू सिंह,रवि रंजन कुमार संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर नौ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुभारंभ किया गया।इस प्रशिक्षण में पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि सह प्रशिक्षक अलावे महिला पर्यवेक्षिका सह प्रशिक्षण समन्वयक अमृता राज,रत्नम प्रिया के साथ सहयोगी प्रशिक्षक प्रियंका,सविता,रानी कुमारी मौजूद रही।नौ दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन प्रखंड बगहा एक के नड्डा,भैरोगंज, हरदी नदवा,बांसगांव मंझरिया, चंद्रपुर रतवल,बीबी बनकटवा, रायबारी महुआ, सलहा बरियअरवा पंचायत के आंगनबाड़ी सेविकाओं ने पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम प्रशिक्षण में शामिल हुई।आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों के विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया।सीडीपीओ मो.सोहैल अहमद ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश के आलोक में आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम प्रशिक्षण 15 मई से 27 मई तक निर्धारित किया गया है।सेविकाओं का प्रशिक्षण तीन बैच दिया जायेगा।प्रत्येक बैच का प्रशिक्षण तीन दिन तक चलेगा।प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए उत्तम किस्म का नाश्ता और भोजन दिया जाएगा।इसके साथ पोषण भी पढ़ाई भी कार्यकम प्रशिक्षण प्राप्त कर रही आंगनबाड़ी सेविकाओं को विभाग द्वारा प्रतिदिन एक सौ पचास रुपए दिए जाएंगे।सीडीपीओ ने कहा कि बच्चों में पोषण के साथ-साथ पढ़ाई भी आवश्यक है।इसके लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं की क्षमता को विकसित करने की आवश्यकता है।जिसको लेकर सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के पोषण पर ध्यान देने के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्र में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। आंगनबाड़ी केंद्र में खेल गतिविधियों के संचालन के लिए अच्छे तरह से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रशिक्षित कर आंगनबाड़ी केंद्र को शिक्षण केंद्र में बदलने की दिशा में पहल की जा रही है।पोषण भी-पढ़ाई भी” कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण कार्यशाला में पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि सह-प्रशिक्षक के रूप में राजू सिंह ने रवि रंजन कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशाला में बाल विकास, पोषण,शिक्षा,सामुदायिक सहभागिता,एसएएम व एमएएम बच्चों की पहचान, एनीमिया नियंत्रण, ग्रोथ मॉनिटरिंग, पोषण वाटिका का संवर्धन पर विस्तार से जानकारी देते हुए आवश्यक परामर्श दिए गए।उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं को कुपोषण के कारण, पोषण के अलावा अन्य घटक व साफ-सफाई के साथ जन्म से 6 माह, 06 माह से 03 वर्ष व 03 से 06 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में पोषण की मात्रा व पोषण में विविधता किस प्रकार रखी जाये साथ ही बच्चों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व सूक्ष्म पोषक तत्वों आयरन, विटामिन, कैल्सियम, आयोडीन आदि की पूर्ति हो सके आदि के बारे विस्तृत जानकारी दिए।वही महिला पर्यवेक्षिका सह प्रशिक्षण समन्वयक अमृता राज,रत्नम प्रिया सहित सहयोगी ने पोषण भी पढ़ाई भी कार्यकम प्रशिक्षण के बारे विस्तार पूर्वक सभी सेविकाओं को बताई।प्रशिक्षक के दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं को नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत अपनाए गए पाठ्यक्रमों की जानकारी दी गई।उन्होंने बताया कि 0 से 3 वर्ष के बच्चों के लिए ‘प्रारंभिक प्रोत्साहन’ (अर्ली स्टीमुलेशन) नवचेतना पाठ्यक्रम के तहत लागू किया गया है, वहीं 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए ‘अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन’ के तहत आधारशिला पाठ्यक्रम लागू किया गया है।मौके पर आईसीडीएस बगहा एक के प्रखंड समन्वयक निर्भय कुमार,डाटा ऑपरेटर अनीश कुमार,आंगनबाड़ी सेविका रुचि देवी, पूजा कुमारी,संगीता वर्मा,सरोज देवी,निता देवी,पुष्पा कुमारी,रीता देवी, सलील देवी, रूबी देवी,मीरा सिन्हा, प्रतिमा कुमारी,मुनि देवी सहित तमाम सेविकाएं उपस्थित थी।