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पोषण भी पढ़ाई भी प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन नवचेतना” विषय पर आंगनबाड़ी सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण।

पोषण भी पढ़ाई भी प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन नवचेतना” विषय पर आंगनबाड़ी सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण।

— फेस रिकग्निशन सिस्टम के कार्यों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशस्ति पत्र किया गया सम्मानित।

बिहार डेस्क/बगहा।बगहा नगर के पुष्पांजलि मैरिज हॉल में प्रखंड बगहा एक अंतर्गत समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मो.सोहैल अहमद के नेतृत्व में पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम के तीसरे दिन के प्रशिक्षण में नव चेतना विषय पर आंगनबाड़ी सेविकाओं को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।जिला से आए पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि सह प्रशिक्षक रवि रंजन कुमार, आईसीडीएस के प्रखंड समन्वयक निर्भय कुमार,महिला पर्यवेक्षिका सह प्रशिक्षण समन्वयक मास्टर ट्रेनर अमृता राज, रत्नम प्रिया एवं सहयोगी मास्टर ट्रेनर प्रियंका,रानी और सविता कुमारी ने आंगनबाड़ी सेविकाओं को बारी-बारी से प्रशिक्षण दिया। पोषण भी पढ़ाई भी प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जीवन के लिए प्रथम हज़ार दिन के विषय बिंदु पर भी चर्चा हुई। बच्चों को जन्म से ही लेकर 3 साल तक न किस तरह के और कितनी मात्रा में भी कितना आहार देना है। इन बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।इसके अंतर्गत नवचेतना और आधारशिला जैसे विषयों पर चर्चा की गई।प्रशिक्षण में पुनः आंगनबाड़ी सेविकाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा पर विस्तार से चर्चा की गई है जो उनके भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है।वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच खासा उत्साह देखा गया।जहां कई सेविकाओं ने समस्या आने मास्टर ट्रेनरों से उसके बारे में जानकारी प्राप्त की।सीडीपीओ मो० सोहैल अहमद ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं को “नवचेतना” विषय पर प्रशिक्षण प्रदान करने का उद्देश्य 0-3 वर्ष की आयु के बच्चों के विकास को बढ़ावा देना है। इस प्रशिक्षण में, सेविकाओं को बच्चों के प्रारंभिक बाल्यावस्था विकास को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों और तकनीकों के बारे में जानकारी दिया गया हैं, ताकि वे आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक-भावनात्मक विकास को बेहतर ढंग से समझा सकें और बढ़ावा दे सकें। प्रशिक्षण के अंत में आंगनबाड़ी सेविकाओं को (फेस रिकग्निशन सिस्टम) एफआरएस के बारे जानकारी देते हुए बताया कि फेस रिकग्निशन सिस्टम का उपयोग आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने और योजनाओं के लाभों को ट्रैक करने के लिए किया जाता हैं।फेस रिकग्निशन सिस्टम के कार्यों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 309,331,106,107,165,295,269,63,96,156 की सेविका फिरदौस फातिमा,पूजा कुमारी,संगीता देवी,सरोज देवी,दाया कुमारी,अंशु कुमारी,सोनी कुमारी , पुष्पा कुमारी, प्रेमलता देवी,मुंन्नी देवी आदि सहित 22 आंगनबाड़ी सेविकाओं में सीडीपीओ मो० सोहैल अहमद,प्रखंड समन्वयक निर्भय कुमार,महिला पर्यवेक्षिका अमृता राज,रत्नम प्रिया,सविता कुमारी,प्रियंका,रानी कुमारी के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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