तकनीकी

2060 तक मानवता का सफाया कर सकता है AI 

2060 तक मानवता का सफाया कर सकता है AI 

नई दिल्ली,भारत : विज्ञान का अगर सही से उपयोग किया जाये तो वह मानव के लिए वरदान है और अगर उसका दुरूपयोग किया जाये तो वो मानव और मानवता दोनों के लिए अभिशाप है और यदि विज्ञान का उपयोग बिना नियंत्रण के किया जाये तो वह तबाही ला सकता है ! इस समय जिस तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंश (AI) का अँधा धुंध प्रयोग होने लगा है AI के गॉड फादर माने जाने वाले नोबल पुरस्कार विजेता जेफ्री हिंटन ने इसके भयानक दुष्प्रभाव को लेकर चेताया है I उन्होंने कहा कि इस बात की 10 से 20 प्रतिशत आशंका है कि 30 वर्ष में यह टेक्नोलॉजी इंसानियत के सफाए का कारण बन सकती है I हिंटन ने पहले कहा था कि AI मानवता के सफाए की 10 प्रतिशत आशंका  है ,लेकिन इस बेलगाम AI टूल केइस्तेमाल की वजह से खतरा और बढ़ गया है I

मशीन लर्निंग को संभव बनाने की खोज करने के लिए जेफरी हिंटन को अमेरिका के जान हापफिल्ड के साथ संयुक्त रूप से इस वर्ष का फिजिक्स का नोबल पुरस्कार मिला है I हिंटन ने पिछले साल ही गूगल में काम करना छोड़ दिया था, ताकि वे AI के खतरों के विषय में आम जनता को खुलकर और स्वतंत्र तरीके से बता सके I वर्ष 194 7 में जन्मे हिंटन ने 1978 में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से पीएचडी की थी साथ ही वह कनाडा के टोरंटो विश्विविद्यालय में एमेरिटस प्रोफ़ेसर के तौर पर कार्यरत है I

बीबीसी के एक साक्षात्कार में पूछा गया कि क्या AI के विनाशकारी प्रभाव को लेकर उनके विचार बदल गए है तो हिंटन ने जवाब दिया कि AI से मानवता के खतरे की संभावना 10 से 20 प्रतिशत बढ़ गयी है I साथ ही हिंटन ने पलटकर सवाल किया कि क्या आपने सुना है कि कम बुद्दिमान आदमी ज्यादा बुद्दिमान को नियंत्रित करे I उन्होंने चेतावनी दी कि दुष्ट लोग नुकसान पहुँचाने के लिए AI का  प्रयोग कर सकते है I हिंटन ने यह भी कहा कि विशेषज्ञ आशंका जता रहे है कि भविष्य में AI  टेक्नोलोगी मनुष्यों से भी अधिक स्मार्ट हो जाएगी, यह सोंच के भी डर लगता है यदि ऐसा हुआ तो सिर्फ विनाश होगा और कुछ नहीं मानवता पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी I

Suraj Kumar

Chief Editor - Surya News 24 Edior - Preeti Vani & Public Power Newspaper Owner - Etion Network Private Limited President - Suraj Janhit Association Address - Deeh Deeh Unnao UP Office Address - 629,Moti Nagar Unnao

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!