25 लाख लागत से बना सोलर आरओ प्लांट दो वर्ष में हुआ बेकार

25 लाख लागत से बना सोलर आरओ प्लांट दो वर्ष में हुआ बेकार
सूर्या न्यूज़ 24 रिपोर्टर हरिओम
उन्नाव जिले की सफीपुर विकास खंड क्षेत्र के अतहा गांव में स्वच्छ पेयजल की सुविधा देने के लिए लगाया गया 25 लाख रुपये का सोलर आरओ प्लांट महज दो साल में ही बेकार हो गया है। सौर ऊर्जा से चलने वाला यह प्लांट बिजली की खपत को कम करने और ग्रामीणों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए स्थापित किया गया थाशुरुआती महीनों में प्लांट ने ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा दी, लेकिन रखरखाव के अभाव में धीरे-धीरे यह बेकार हो गया। वर्तमान में सोलर पैनल धूल से ढके हुए हैं और आरओ मशीनें पूरी तरह खराब हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्लांट की देखभाल के लिए कोई स्थायी व्यवस्था नहीं की गई। ठेकेदारों को दी गई जिम्मेदारी केवल निर्माण तक ही सीमित रही।धणाम पंचायत के सरपंच ने बताया कि इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की जा चुकी है। प्लांट के बंद होने से गांव के लोगों को एक बार फिर अशुद्ध पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि प्लांट की तत्काल मरम्मत कराई जाए और इसे दोबारा चालू किया जाए।यह मामला सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों को उजागर करता है। केवल योजना बनाना और उस पर धन खर्च करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसके निरंतर रखरखाव और संचालन की व्यवस्था भी उतनी ही महत्वपूर्ण है